1 अप्रैल को सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ जिसमें रिलायंस के उत्तराधिकारी अनंत अंबानी सड़क पर चलते हुए एक मुर्गियों से भरे ट्रक को रोकते हैं और उसकी सारी मुर्गियां खरीद लेते हैं — जानवरों को “रेस्क्यू” करने के नाम पर।
इस वीडियो को देखकर कई लोगों ने अनंत की सराहना की। सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं आईं —
“क्या दिल है इस इंसान का!”, “दयालु इंसान हैं, जानवरों की कितनी परवाह करते हैं!”
लेकिन इस वायरल मोमेंट पर यूट्यूबर और पॉलिटिकल एनालिस्ट Dhruv Rathee ने एक बिल्कुल अलग राय रखी — और उसी पर अब सोशल मीडिया दो हिस्सों में बंट गया है।
ध्रुव राठी ने अपने ट्वीट वीडियो में कहा:
Does Anant Ambani really care about Animals?
— Dhruv Rathee (@dhruv_rathee) April 4, 2025
👇 pic.twitter.com/3GK3gjihn8
“मैं भी शाकाहारी हूं, लेकिन अगर आप सोचते हैं कि एक ट्रक की मुर्गियों को खरीदने से लाखों जानवर बचेंगे — तो यह गलतफहमी है।”
उनका तर्क था कि ऐसा कदम सिर्फ एक प्रतीकात्मक इशारा है, लेकिन इससे जानवरों की मौत का सिलसिला बंद नहीं होगा।
“मार्केट की डिमांड उतनी ही बनी रहेगी। अगर एक ट्रक की मुर्गियां नहीं कटेंगी, तो दूसरे ट्रक से वही डिमांड पूरी कर दी जाएगी। उल्टा ट्रक वाले उम्मीद करेंगे कि कोई अमीर आदमी रास्ते में उन्हें फिर खरीद ले।”
ध्रुव राठी ने सवाल उठाया कि अगर जानवरों के प्रति दया असली है, तो रिलायंस को अपने बिज़नेस में बदलाव लाना चाहिए।
“अगर Anant Ambani जानवरों की परवाह करते हैं, तो JioMart से चिकन हटाएं। रिलायंस के स्टोर्स में वेजिटेरियन फूड्स को प्रमोट करें। तभी आप सच में लाखों जानवरों को कटने से बचा पाएंगे।”