राम नवमी जैसे धार्मिक अवसर पर एक विवादित कार्टून को लेकर सोशल मीडिया पर बहस तेज हो गई है। पत्रकार करिश्मा अज़ीज़ के नाम से जुड़े एक सोशल मीडिया अकाउंट से एक पोस्ट वायरल हुआ, जिसमें भगवान श्रीराम को एक मस्जिद की ओर जाते हुए दिखाया गया है। इस पोस्ट को लेकर सोशल मीडिया पर कई उपयोगकर्ताओं ने नाराज़गी जताई है, और इसे धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला बताया गया है।
इस घटनाक्रम के बीच #ArrestKarishma हैशटैग ट्विटर और अन्य प्लेटफॉर्म्स पर ट्रेंड कर रहा है। हजारों यूज़र्स ने IPC की धारा 295A और 153A के तहत कार्रवाई की मांग करते हुए स्थानीय पुलिस को टैग किया है। कुछ पोस्ट्स में करिश्मा अज़ीज़ को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग भी की जा रही है।
हजारों यूज़र्स ने पुलिस और प्रशासन को टैग करते हुए IPC की धारा 295A और 153A के तहत करिश्मा अज़ीज़ की गिरफ्तारी की माँग की है।
यदि आप हिंदू हैं तो आपको लिखना पड़ेगा #ArrestKarishma
— Arun Yadav (@ArunKosli) April 6, 2025
हमारे आराध्य प्रभु श्रीराम का अपमान नहीं सहेंगे ।@muzafarnagarpol तुरंत गिरफ्तार करिए @Karishma_voice को
आज हिंदूओं अपनी ताकत दिखाओ 🚩🚩 pic.twitter.com/PhdJz6x0Tr
“हम राम के पुत्र हैं, हमें राम जान से प्यारा है, एक जिहादन ने आज हमें फिर ललकारा है,” — एक यूज़र ने @MuzaffarpurPol3 को टैग करते हुए लिखा।
वहीं एक अन्य ट्वीट में कहा गया, “हमारे आराध्य मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम जी का घोर अपमान नहीं सहेंगे… गिरफ्तारी होनी चाहिए।”
करिश्मा अज़ीज़ कौन हैं?
करिश्मा अज़ीज़ एक पत्रकार हैं जिनका वेरिफाइड ट्विटर अकाउंट @Karishma_voice उन्हें “Truth Seeker” और “Fighter of Islamophobia & Fake News” के रूप में प्रस्तुत करता है। उनके इंस्टाग्राम प्रोफाइल (@karishma_aziz97) से उनकी पेशेवर गतिविधियाँ सामने आती हैं। विवादास्पद कार्टून को लेकर उनका सीधा जुड़ाव अभी तक किसी स्वतंत्र स्रोत से पुष्टि नहीं हुई है।
साथ ही, यह ध्यान देने योग्य है कि वही कार्टून पहले भी इंटरनेट पर मौजूद था। उदाहरण के तौर पर, इसे तीन वर्ष पूर्व 2022 में Reddit पर साझा किया गया था, जिसमें राम नवमी रैलियों की आलोचना की गई थी। जिससे यह संकेत मिलता है कि इमेज हाल ही में बनाई नहीं गई।