लेफ्टिनेंट विनय नरवाल और हिमांशी की शादी की तस्वीर (wedding photo), हनीमून से पहले के आखिरी खुशनुमा पल
लेफ्टिनेंट विनय नरवाल और हिमांशी की शादी, 16 अप्रैल 2025 – एक खूबसूरत शुरुआत, जो दुर्भाग्यवश आतंकवादी हमले में खत्म हो गई।

पहलगाम आतंकी हमला: शादी के 5 दिन बाद हनीमून पर गए नौसेना अधिकारी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल भी मारे गए

22 अप्रैल 2025 | पहलगाम, जम्मू-कश्मीर
Pahalgam Terrorist Attack: जम्मू-कश्मीर के लोकप्रिय पर्यटन स्थल पहलगाम में सोमवार को हुए भीषण आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। इस हमले में भारतीय नौसेना के युवा अधिकारी, 26 वर्षीय लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की जान चली गई, जबकि उनकी नवविवाहित पत्नी हिमांशी सौभाग्य से बच गईं।

लेफ्टिनेंट विनय नरवाल, जो हरियाणा के रहने वाले थे और केरल में तैनात थे, अपनी पत्नी हिमांशी के साथ हनीमून मनाने के लिए कश्मीर आए थे। उनकी शादी 16 अप्रैल 2025 को हुई थी, और यह दुखद घटना केवल पाँच दिन बाद हुई, जब वे अपनी नई ज़िंदगी की शुरुआत का जश्न मना रहे थे।

खूबसूरत पल, एक भयावह अंत

लेफ्टिनेंट विनय और हिमांशी की शादी की तस्वीरें हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हुई थीं। यह समय उनके परिवार और दोस्तों के लिए खुशियों से भरा हुआ था, लेकिन अचानक आई यह खबर सबके लिए अकल्पनीय दुःख का कारण बन गई।

बैसरण घाटी में हुआ हमला

यह हमला पहलगाम के मशहूर पर्यटन स्थल बैसरण घाटी में हुआ, जहां भारी संख्या में पर्यटक मौजूद थे। लेफ्टिनेंट विनय और हिमांशी दोनों बैसरण घाटी में टहल रहे थे जब आतंकियों ने इस खूबसूरत स्थान को निशाना बना लिया। हमले में कुल 28 लोग मारे गए, जिनमें महिलाएं, बच्चे और पर्यटक शामिल हैं। कई लोग घायल हुए हैं और अस्पतालों में भर्ती हैं।

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, आतंकवादियों ने कुछ पर्यटकों से धार्मिक पहचान पूछी और फिर निशाना बना लिया, जो इस हमले को और भी सुनियोजित बनाता है। चश्मदीदों के मुताबिक, आतंकियों ने धर्म की पहचान कर चुन-चुन कर लोगों को निशाना बनाया।

पूरा देश सदमे में

लेफ्टिनेंट विनय और हिमांशी की शादी को महज़ 5 दिन ही हुए थे। जो पल उनके जीवन के सबसे खूबसूरत होने चाहिए थे, वे एक आतंकी हमले की भेंट चढ़ गए। सोशल मीडिया पर विनय नरवाल की शहादत और इस घटना को लेकर गहरा शोक और आक्रोश देखा जा रहा है। PahalgamTerroristAttack और #LtVinayNarwal जैसे हैशटैग्स ट्रेंड कर रहे हैं।

सरकार और सेना की प्रतिक्रिया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सेना प्रमुख ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि इस आतंकवादी हमले में शामिल सभी दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था की तत्काल समीक्षा के आदेश दिए हैं और सुरक्षा बलों ने घटनास्थल को घेरकर सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है।

पर्यटन पर फिर से संकट

यह घटना एक बार फिर यह दिखाती है कि कश्मीर घाटी में पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता बनी हुई है। जहां एक ओर सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने की कोशिश कर रही है, वहीं इस तरह के हमले आम लोगों के लिए खतरा बन जाते हैं और पर्यटन उद्योग पर नकारात्मक प्रभाव डालते हैं।

लेफ्टिनेंट विनय नरवाल और हिमांशी को भावभीनी श्रद्धांजलि।

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